हमेशा इस बात पर विश्वास करिए की आपके अन्दर क्या हैं और आपकी काबलियत क्या हैं, बजाये इसके लिए क्या हमरा पीछे था और क्या हमारे आगे हैं इसी अन्दर की शक्ति को भगवन बुध ने प्राप्त किया तो जिसे हम निर्वान करतेहैं ख़ुद को कमजोर मत समझो तुम ही सर्वश्रेष्ट हो याद रंखे :
टूटी टहनी ही एक दिन पतवार बनती हैं
चिंगारी भड़क कर ही अंगार बनती हैं
जो रोंदी गयी हमेशा बेबस समझकर
वाही मिटटी एक दिन मीनार बनती हैं
और यद् रंखे भगाया भी उन्ही का साथ देता हैं जो खु पर विश्वास रखते हैं और हमारी ज्योतिष विद्या अनुसार
" Half Destiny of a Man can be converted by virtue
of his Karma " अर्थात एक इन्सान की आधी भाग्य रेखांये उनके द्वारे किए कर्मों से निर्धारित होती हैं इसलिए करम किए जा और इस दुनिया से कह दो अगर देखना चाहते हो हमारी उड़न कोतो जाओ जाकर और ऊँचा करो आसमान कोमहान safalta उसी व्यक्ति कोन प्राप्त हो सकती जो बड़ी से बड़ी असफलता को झेलने की क्षमता रखता हो
जैसे अब्राहिम लिंकन जी ( अमेरिका के भूतपूर्व राष्ट्रपति ) जो कई बार असफलताओ का सवाद चखने क्ले बाद 51 वर्ष की आयु मैं अमरीका के राष्ट्रपति निर्वाचित हुए लिंकन जी का परिचय इस प्रकार हैं
22 वर्ष की आयु - वयापार मैं असफल23 वर्ष की आयु - विधायक के चुनाव में हार24 वर्ष की आयु - वियापर मैं दुबारा असफल25 वर्ष की आयु - माता पिता की मौत (दुर्घटना)26 वर्ष की आयु - प्रेयसी की मृत्यु 29 वर्ष की आयु - स्पीकर के चुनाव में हार31 वर्ष की आयु - एलेस्टर के चुनाव में असफल 34 वर्ष की आयु - कांग्रेस के चुनाव में हार 37 वर्ष की आयु - वाहन दुर्घटना 39 वर्ष की आयु - सीनेट के चुनाव में हार46 वर्ष की आयु - उप राष्ट्रपति का चुनाव हारे 49 वर्ष की आयु - सीनेट के चुनाव में हार51 वर्ष की आयु - अमेरिका के राष्ट्रपति निर्वाचितदेखा दोस्तों अगर हम धर्य से अपनी मंजिल की और बढ़ते रहेंगे और बड़ी से बड़ी असफलता को झेलने में सक्षम हूंगे तो हमें मंजिल जरूर मिलेगी
Where There is a Strong Will , There is a Way................